आवासों के साथ-साथ कृषि क्षेत्र बाढ़ से सुरक्षित रहेंगे

कई एकड़ की अतिरिक्त कृषि भूमि को सिंचाई के लिए पानी प्राप्त होगा

परवनार नदी का मार्ग स्‍थायी रूप से बदलने का लंबित और महत्‍वपूर्ण कार्य कल यानी 21 अगस्‍त 2023 को पूरा हो गया। कुल 12 किलोमीटर में से 10.5 किलोमीटर का बड़ा हिस्सा पहले ही पूरा हो चुका था और 26 जुलाई 2023 से एनएलसीआईएल ने 1.5 किलोमीटर के लंबित हिस्से का कार्य हाथ में लिया था।

परवनार नदी मार्ग की अस्थायी मार्ग रेखा खदान-2 कट फेस से केवल 60 मीटर दूर है। इस परवनार नदी को उत्तर-पश्चिम और दक्षिणी क्षेत्रों के 100 वर्ग किलोमीटर से अधिक के जलग्रहण क्षेत्र से आने वाले तूफानी पानी को संभालना पड़ता है। चूँकि इस क्षेत्र में कई गाँव शामिल हैं, इसलिए लगातार और भारी बारिश के दौरान आवासों के साथ-साथ कृषि क्षेत्रों को बाढ़ से बचाना अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। खदानों के आसपास के गांवों की सुरक्षा की जवाबदेही और जिम्मेदारी लेते हुए, एनएलसीआईएल ने परवनार नदी का मार्ग स्थायी रूप से बदलने और स्थायी जल मार्ग प्रदान करने का महत्वपूर्ण कार्य किया।

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परवनार का मार्ग स्थायी रूप से बदलने के लिए 12 किलोमीटर की कुल लंबाई के लिए अनुमानित क्षेत्र 18 हेक्टेयर है। पहले से ही, एनएलसीआईएल खदानों द्वारा साल भर छोड़े जाने वाले परवनार नदी के पानी से कई एकड़ भूमि की सिंचाई की जा रही है। वर्तमान परवनार स्थायी नदी मार्ग के चालू होने से, अब अतिरिक्त कृषि भूमि को कई एकड़ सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। साथ ही, परवनार नदी में पानी के निरंतर स्रोत से भूजल की उपलब्धता बढ़ाने में सहायता मिलेगी।

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