भारत सरकार द्वारा अपने कार्यालयों में शुरू किए गए स्वच्छता अभियान में दिसंबर 2022 से अगस्त 2023 तक स्वच्छता को बढ़ावा देने पर काफी जोर दिया गया है। इस विशेष अभियान के ढांचे के अंदर, गतिविधियों की एक विस्तृत श्रृंखला सम्पन्न की गई है। इन गतिविधियों में स्वच्छता पहल, नियमों और प्रक्रियाओं की व्यापक जांच तथा सरलीकरण, रिकॉर्ड प्रबंधन प्रणालियों की गहन समीक्षा, कार्यक्षेत्र का कुशल उपयोग और अपशिष्ट पदार्थों का उचित निपटान शामिल है, जिसका उद्देश्य समग्र कार्यस्थल अनुभव को बढ़ाना है। मात्रात्मक रूप से उल्लेखनीय उद्देश्यों के अलावा, संचार मंत्रालय के तहत दूरसंचार विभाग ने संचार भवन परिसर में विशेष और सर्वोत्तम प्रक्रियाओं को लागू किया है और ये पहले से ही उत्साहजनक परिणाम दे रही हैं। इन प्रकियाओं में शामिल हैं :- संचार भवन परिसर में ‘सिंगल यूज’ प्लास्टिक पेयजल की बोतलों का उपयोग रोकना। संचार भवन परिसर में प्लास्टिक फ़ोल्डरों के स्थान पर पर्यावरण के अनुकूल रिसाइकिल पेपर फ़ोल्डरों का उपयोग। प्रत्येक कार्य दिवस को दोपहर में संविदा पर नियुक्त महिला डॉक्टर की परामर्श सेवाएं उपलब्ध कराना। यह संचार भवन परिसर में तैनात 900 नियमित और संविदा कर्मचारियों के स्वास्थ्य और स्वच्छता के लिए वरदान हैं। कार्यालय परिसरों की विशेष सफाई के लिए प्रत्येक शुक्रवार दोपहर बाद समय निर्धारित करना। बेसमेंट में भरे कबाड़ को साफ किया और इसे एक मनोरंजन क्लब में परिवर्तित किया। पार्किंग स्थल के पास की जगह को आधुनिक कैंटीन में परिवर्तित किया। प्लास्टिक पेन के स्थान पर पर्यावरण के अनुकूल रिसाइकिल पेन के उपयोग को बढ़ावा। महिला शौचालयों में सैनिटरी नैपकिन पैड डिस्पेंसर का प्रावधान करना। कार्यालय कक्षों की सभी लाइटों/अन्य विद्युत उपकरणों को ‘स्विच ऑन’ और ‘स्विच ऑफ’ करने के लिए मोशन सेंसर डिटेक्टर उपलब्ध कराना। विशेष अभियान की प्रगति निपटान किए गए मामलों की प्रगति, फाइलों की समीक्षा, फाइलों को हटाने, राजस्व जुटाने और मुक्त किए गए स्थानों की स्थिति इस प्रकार है :- लोक शिकायतों का निपटान : 35,271 स्वच्छता अभियान : 21 मुक्त कराई गई जगह : 3,630 वर्ग फुट स्क्रैप के निपटान के माध्यम से अर्जित राजस्व : 6,47,443 रुपये फ़ाइलें हटाई गई : 453 स्वस्थ कर्मचारी खुश कर्मचारी: संचार भवन में काम करने वाले लगभग 900 कर्मचारियों के लिए संचार भवन के बेसमेंट में भरे कचरे को हटाकर कॉम्पैक्ट व्यायामशाला में बदल दिया गया। अब इसमें ट्रेडमिल, क्रॉस-ट्रेनर, साइकलिंग, रोइंग मशीन और डंबल/वेट आदि के साथ एक प्रशिक्षक भी उपलब्ध है। आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए फेस-रिकॉग्निशन: सभी आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए संचार भवन में एक ‘फेस-रिकॉग्निशन अटेंडेंस सिस्टम’ स्थापित किया गया है। इसे चालू भी किया गया है। यह संपर्क रहित है। डेटा ‘इन-हाउस’ स्टोर किया जाता है और वह इंटरनेट से जुड़ा नहीं होता है। इससे डेटा की गोपनीयता और सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाती है। डिजिटल नोटिस बोर्ड की स्थापना: संचार भवन, नई दिल्ली की विभिन्न मंजिलों पर छह डिजिटल नोटिस बोर्ड/स्क्रीन स्थापित किए गए हैं, जो विभाग की महत्वपूर्ण घटनाओं और विभिन्न अनुभागों /प्रभागों के महत्वपूर्ण नोटिस/ परिपत्रों, विभाग की योजनाओं / सफलता की कहानियों आदि को प्रदर्शित करते हैं। Post navigation पत्रकारिता नहीं है व्यवसाय — उपराष्ट्रपति प्रधानमंत्री ने जन्मदिन की शुभकामनाओं के प्रति प्रकट किया आभार