जनपद उन्नाव में राजस्व को रात दिन चूना लगा रहे राजस्व के ही अधिकारी व कर्मचारी। निर्भय होकर अपने कार्य को अंजाम दे रहे हैं और तो और जनपद के एक चर्चित विधायक जो विवादों में अक्सर घिरे देखे जाते हैं। जनपद में चाहे गैरकानूनी घटना हो या कानूनी घटना हो, कृत्य हो या अकृतय सबको व सब कुछ सेटल करने वाले, वैसे तो भाजपा के हैं लेकिन सपा में भी इनका बड़ा रसूख है। उन्नाव : असंक्रमणीय भूमि दस्तावेज की होने लगी दाख़िल खारिज जो भूमाफियाओं के लाडले के नाम से विख्यात है। जहां जनपद से लेकर गैर जनपद व कई मुख्य प्रांतों में भूमि संबंधित फैले कारोबार का स्वामित्व रखने वाले विधायक जी जनपद के राजस्व के इन भ्रष्ट अधिकारियों पर अपना स्नेह लूटाते हुए देखे जाते हैं। यह अधिकारी ग्राम समाज भूमि से लेकर अवैध खनन इनका मुख्य लक्ष्य होता है, कैसे और कहां बंदर बांट किया जाए। यहां तक सुनने को मिलता है की ग्राम समाज की बेश कीमती जमीनों में यह अधिकारी अपना भूमाफियाओं से हिस्सा लगवा लेते हैं और उसके बाद ग्राम समाज भूमि को किसी तरह भू माफिया के हवाले क्रय विक्रय हेतु में सौपना है। भ्रष्टाचार की भी मर्यादा को लांघ गए सदर तहसीलदार यह अधिकारियों की जिम्मेदारी होती है और यह भ्रष्ट अधिकारी यह भी कहते हुए दिखते हैं कि हम अपने उच्च अधिकारी से लेकर लखनऊ तक बाय ईमानदारी हिस्सा पहुंचा देते हैं। बाकी नेताजी हमारे साथ बगैर उनके आशीर्वाद के हम लोगों की क्या मजाल जो कुछ हम कर ले, नेताजी जैसा बताते हैं वैसा हम लोग करते जाते हैं। तभी जनपद में वर्तमान समय में सदर तहसीलदार द्वारा किए गए खुलेआम भ्रष्टाचार को और बढ़ावा देते भ्रष्टाचार को दरकिनार कर, यह नेताजी अपने साथ भ्रष्ट तहसीलदार को अपने साथ पार्टीयों में लेकर जाने में अपने को गावर्नित समझते हैं। जबकि ऐसे भ्रष्ट अधिकारी को यह नेताजी द्वारा उसको अपने कर्तव्य निष्ठा की सीख और लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी जी के द्वारा आम जनमानस की सुविधा व न्याय के लिए कठोर नियम आदेशों के पालन करने का निर्देश देना चाहिए। न की — Post navigation उन्नाव: नगर पालिका गेट पर दिव्यागों का प्रदर्शन जिले में सांसद जी का कल भ्रमण