बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह अधिवक्ता उमेश पाल ( बीजेपी कार्यकर्ता ) और उनके गनर संदीप की हत्या से भाजपा का कनेक्शन जुड़ गया है. धूमनगंज थाने में दर्ज हुई एफआइआर में जिस गुलाम को नामजद किया गया है, वह भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के महानगर अध्यक्ष राहिल हसन का भाई है. पुलिस और एसओजी की टीम ने शिवकुटी के मेंहदौरी स्थित मकान में छापेमारी करते हुए राहिल को पकड़ लिया. इसके बाद गोपनीय स्थान पर ले जाकर पूछताछ की जाती रही. उधर, वारदात के बाद से गुलाम फरार है… Post navigation राज्य विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन पद के लिए अरविंद कुमार के अलावा कई अन्य अफसर भी दावेदार माने जा रहे हैं. हिमाचल प्रदेश : राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला जी की हुई एंजियोप्लास्टी