उन्नाव जनपद के कुछ अधिवक्ता ज्योतिबाराव फुले के विचारों के समर्थन में दिखे, जहां वरिष्ठ अधिवक्ता सुखदेव यादव जी ने अपने संबोधन में कहा कि मैं ज्योतिबाराव फुले के विचारों से पूर्ण रूप से सहमत हूं — जिन्दा स्त्री को जलाकर खुशी मनाने की चली आ रही परम्परा को आँख बन्द कर स्वीकार नही करूँगा । क्षमा चाहूँगा कि होली की बधाई न तो दूँगा और न ही स्वीकार करूँगा ।। Post navigation होलिका दहन 6 या 7 को जाने भारत के मानचित्र से दिल्ली : मनीष सिसोदिया 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में