कब्र से निकल कर मुर्दे करते संम्मन रिसीव ,सदर तहसील उन्नाव

🙏🏻 धन्य जिला प्रशासन

जी हा राजस्व परिषद के संम्मन

मुर्दे तक करते हैं रिसीव

अधिकारी बने धृतराष्ट्र

————————————

 धृतराष्ट्र अधिकारियों को भी मुर्दे द्वारा रिसीव संम्मन नहीं दिखा य देखकर नजरअंदाज——-

*************************

माननीय जिला सत्र न्यायालय ने दिए पुलिस को मुकदमा पंजीकृत करने के निर्देश

 

*************************

भ्रष्टधिकारी मुर्दों के फेवर

 में करते हैं फैसला

पीड़ित पक्ष लगातार गुहार लगता रहा मु.दायर के पहले मृतक हो चुकी थी मुन्नी

कहीं मृत आत्मा के भय से

मु.नं.t 202010690108910

अधिकारियों ने बनाया नजीर

सदर तहसील उन्नाव का है ये हाल

आम जनमानस है हलाकान

अधिवक्ता तक है परेशान

कई दिनों से कार्य का है अधिवक्ताओं द्वारा बहिष्कार*सूत्रों की माने तो तहसील के उच्च अधिकारी वह अधिकारियों में नहीं तय हो पा रहा बंदरबांट जिसकी सजा भोग रही जनता।

भ्रष्ट अधिकारियों ने कर दिया भ्रष्टाचार का भी बंटाधार।

पत्रावलीयो में कुछ देखकर कुछ ना देख कर करते हैं नज़रंदाज।

गरीब जाए तो कहां जाए

कहां मिलेगा न्याय?

क्या यही न्यायप्रिय योगी जी की डबल इंजन सरकार,

जिले के उच्च अधिकारियों से लेकर शासन के उच्च अधिकारियों ने बांधी आंखों में पट्टी

क्यों नहीं होती अधिकारियों के ऊपर कोई दंडात्मक कार्यवाही

कार्यवाही के नाम पर हसनगंज या अन्य तहसील भेज दिया जाता है

क्यों नहीं होते इनके द्वारा निरगित आदेशों की उच्च स्तरीय जांच

क्यों नहीं इनको किया जाता है न्यायिक कार्य से विरत

और क्यों नहीं शासन करता इनकी उच्च स्तरीय अवैध संपत्ति की जांच।

उल्टे सीधे आदेशों को बना लिया अपनी अवैध कमाई का जरिया।

सरकार से लेकर शासन तक को करते हैं गुमराह।

ग्राम समाज भूमि को कैसे करना है खत्म व अवैध खनन ही है इनकी प्राथमिकता।

 

सरकार किसी की भी हो आम नागरिक तो ठोकरे खाने के लिए ही बना है यह उपदेश देते हैं अधिकारी आम जनमानस को, और जब कोई पत्रकार भ्रष्टाचार की आवाज़ उठाएं तो यह तहसील के अधिकारी अनगिनत मुकदमे दर्ज कराने की देते हैं।

धमकी की अंदर सड़ा देंगे और

भूमाफिया यमलोक पहुंचाने की पत्रकार जाए कहां——–

अब देखना यह है कि क्या जिला प्रशासन भी क्या ऐसे सक्षम न्यायालयों को गुमराह करने वाले भूमाफियाओं के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराता है की खाली पत्रकारों को ही धमकाना आता है।

धीरेंद्र प्रताप तिवारी पत्रकार✒️

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *