दीनदयालअंत्योदययोजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) ने आज 2 करोड़ ‘लखपति दीदियों’-स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) दीदियों को आर्थिक रूप से संबल प्रदान करने लिए एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। ये महिलाएं प्रति वर्ष कम से कम एक लाख रुपये की स्थायी आय अर्जित कर रही हैं। ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्रीश्री गिरिराज सिंह ने लखपतिदीदी-पहल के लिए मिशन की रणनीति की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता की। इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य की घोषणा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त, 2023 को लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस संबोधन में की थी। उन्होंने कहा था “आज 10 करोड़ ग्रामीण महिलाएं स्व-सहायता समूहों का हिस्सा हैं। जब आप गांव में जाएंगे, तो आपको ‘बैंकवालीदीदी’, ‘आंगनवाड़ीदीदी’ और ‘दवाईवालीदीदी’ मिलेंगी। यह मेरा सपना है कि गांवों में दो करोड़ लखपतिदीदी बने।” प्रतिभागियों का स्वागत करते हुएग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिवश्री शैलेश कुमार सिंह ने डीएवाई-एनआरएलएम के लखपतिदीदियों को सक्षम बनाने और इस योजना को मिशन का लक्ष्य बनाने के प्रयासों में मंत्री महोदय के मार्गदर्शन और समर्थन के लिए उनका धन्यवाद दिया। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को गति प्रदान करने के लिए इस मिशनके द्वारा लखपतिदीदी पहल का शुभारंभ किया गया,इसमें स्वयं सहायता समूह में शामिल प्रत्येक परिवार कोमूल्य श्रृंखलाइन्टर्वेन्शनके साथ-साथआजीविका की विभिन्न गतिविधियां अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है,इसके परिणामस्वरूप स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं प्रति वर्ष एक लाख रुपये या उससे अधिक की स्थायी आय अर्जित कर पाती हैं। Post navigation उपराष्ट्रपति ने देशवासियों को दी शुभकामनाएं नमामि गंगे ने सीवेज उपचार अवसरंचना विकास समझौते पर किए हस्ताक्षर