सदर तहसील उन्नाव- सदर तहसील उन्नाव में जहां वर्तमान समय में भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा को पार करते हुए बुलंद ऊंचाइयों को छू रही है जहां कुछ भ्रष्ट अधिकारी अपनी अपनी तिजोरियों में सदैव छनछनाहट व खनखनाहट के साथ भरते दिखते है तो वहीं दूसरी तरफ जिले के उच्च अधिकारी 20-20 में मस्त दिखते हैं। वहीं दूसरी तरफ सदर तहसील दलालों व अराजक्तत्वों का अड्डा बनती जा रही है। वहीं होली का रंग इस कदर इन कर्मचारियों व अधिकारियों के ऊपर चढ़ रहा है कि अब इन्हें छन्न- छन्न के साथ छम – छम भी भाने लगा है। और क्यों ना हो, जब उक्त कार्यालय के जिम्मेदार अधिकारी कानपुर व अन्य जनपद में पाए जाते हैं। जहां यह अपना सारा कार्य जल्द से जल्द निपटा गंगा पार होने का इन्हें इंतजार रहता है। कहने को तो यह शातिर अधिकारी जनपद में भवन भी आवंटन करायें है। ताकि कोई इन पर प्रशासनिक उंगली ना उठे और कहने को भी हो जाए कि हम 24 घंटे जनपद में ही बने रहते हैं। जबकि सत्य है की आवंटित भवन पर यह लोग या तो अपने वृद्ध माता-पिता को छोड़े रहते हैं और कुछ अपने रिश्तेदारों को या तो ताला बंद। और अपना स्वयं कानपुर अन्य जनपद ऐशो आराम करने चले जाते हैं। जिससे उक्त कार्यालय को देखना व सुनना यह वाजिब नहीं समझते हैं। इन कार्यालय का नहीं रह जाता कोई पुरसाहाल। जहां उक्त कार्यालय के दस्तावेजों से लेकर राजस्व अभिलेख दिखते हैं खतरे में । क्योंकि छम-छम ऐसी आवाज ही है कि इसमें आदमी मदमस्त होकर अपनी सुरक्षा तक भूल जाता है तो अभिलेख क्या है ! Post navigation उन्नाव: त्योहारों को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस अधीक्षक द्वारा दी गई बाइट सीतापुर: पत्रकार हत्या कांड में सफीपुर के पत्रकारों ने कैंडल मार्च निकाल जताया विरोध–उन्नाव